SIDH KUNJIKA FUNDAMENTALS EXPLAINED

sidh kunjika Fundamentals Explained

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देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति अष्टमोऽध्यायः

देवी वैभवाश्चर्य अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति पंचमोऽध्यायः

देवी वैभवाश्चर्य अष्टोत्तर शत नामावलि

शृणु देवि प्रवक्ष्यामि कुंजिकास्तोत्रमुत्तमम् ।

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति एकादशोऽध्यायः

ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे ज्वल हं सं लं क्षं फट् स्वाहा।”

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति षष्ठोऽध्यायः

यस्तु कुंजिकया देवि हीनां सप्तशतीं पठेत् ।

अगर किसी विशेष मनोकामना पूर्ति के लिए सिद्ध कुंजिका स्तोत्र कर रहे हैं तो हाथ में जल, फूल और अक्षत लेकर जितने पाठ एक दिन में कर सकते हैं उसका संकल्प लें.

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति नवमोऽध्यायः

लाइफस्टाइल यूटिलिटी न्यूज़ट्रैवलजनरल नॉलेजफैशनऐग्रकल्चरहेल्थ

That is prayer with the Kunjika which happens to be the reason for awakening. Oh Parvathi, keep this protected and kept magic formula from those here who are not devotees.  

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का पाठ परम कल्याणकारी है। सिद्ध कुंजिका स्तोत्र आपके जीवन की समस्याओं और विघ्नों को दूर करने के लिए एक शक्तिशाली उपाय है। मां दुर्गा के इस स्तोत्र का जो मनुष्य विषम परिस्थितियों में वाचन करता है, उसके समस्त कष्टों का अंत होता है। प्रस्तुत है श्रीरुद्रयामल के गौरीतंत्र में वर्णित सिद्ध कुंजिका स्तोत्र। सिद्ध कुंजिका स्तोत्र के लाभ

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